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दाल तड़का रेस्टोरंट स्टाइल रेसिपी स्टेप के तस्वीरों के साथ – दाल तड़का भारतीय रेस्टोरंट में परोसा जाने वाला एक मशहूर व्यंजन है। दाल जब बन जाये, तो उसे और भी स्वादिष्ट बनाने के लिए उसे छौंक दिया जाता है। घी में मसालों को भुन कर फिर छौंक दिया जाता है।
हम बाहर का खाना बहुत कम खाते हैं लेकिन मैं यह स्वीकार करती हूँ कि रेस्टोरंट का दाल तड़का मुझे बेहद पसंद है। इसलिए मेरी कोशिश यह रहती है कि मैं जो भी खाना घर में बनाऊं वह रेस्टोरंट में परोसे जाने वाले व्यंजनों के जैसा हो।
हमारे ब्लॉग में बहुत सारे रेस्टोरंट स्टाइल की रेसिपी हैं। जैसे पनीर बटर मसाला, राजमा मसाला, कड़ाई पनीर, दाल मक्खनी और वेजिटेबल दम बिरयानी।
‘टेम्पेरीन्ग ‘शब्द को हिंदी में तड़का या छौंक कहते हैं। इस विधि में सारे मसालों को तेल में भुना जाता है। भुनने की वजह से मसालों का सत्व तेल में मिल जाता है। जब इस तड़के को व्यंजनों में डाला जाता है तब व्यंजन ज़्यादा स्वादिष्ट और खुशबूदार लगने लगते है। छौंक भारतीय खाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। खाने को और भी लज़ीज़ बनाने के लिए हम लगभग सभी चीज़ों में तड़का डालते हैं जैसे-दाल, सब्जी और चटनी।
दाल भारतीय खाने का एक महत्त्वपूर्ण अंग है। भारत में कई किस्म के दाल बनाने की विधियाँ हैं । हर एक क्षेत्र और प्रान्त की अपनी स्वादिष्ट रेसिपी हैं।
दाल तड़का दक्षिण भारत की अपेक्षा उत्तर भारत में ज़्यादा प्रचलित है। दाल तड़का किसी भी पीली दाल (split lentils) से बनाई जा सकती है। मैं यह मज़ेदार दाल कभी अरहर की दाल (split pigeon lentils) और कभी मसूर की दाल (split pink/red lentils) के साथ बनाती हूँ। कभी-कभी मैं यह दाल सिर्फ अरहर की दाल से बनाती हूँ। आप दाल तड़का को पीली मूंग दाल से भी बना सकते हैं ।
दाल तड़का को बनाना बहुत आसान है। पहले दाल को पका लीजिये और फिर उसे परोसने से पहले उसमें छौंक लगा दीजिये। दाल तैयार करके आप फ्रिज में भी रख सकते हैं। परोसने से पहले दाल को गरम कर लें और उसे छौंक लगा दें। तड़का लगाने के बाद तुरंत ही परोस दें।
दाल को छौंकने से उसके ज़ायके और खुशबू में चार चाँद लग जाते हैं। यह सादी, पीली दाल गरम चावल या जीरा राइस (cumin flavoured pilaf) के साथ बहुत स्वादिष्ट लगती है। मैंने दाल तड़का में टमाटर डालें हैं, लेकिन अगर आपकी इच्छा न हो तो टमाटर न डालें। छौंक के लिए आप तेल की जगह घी डाल सकते है। मैंने सनफ्लावर तेल का उपयोग किया है।
दाल तड़का को रोटी और चपाती या गरमागरम चावल या जीरा राइस के साथ परोसा जा सकता है। कभी-कभी दाल तड़का को और भी लज़ीज़ बनाने के लिए मैं इसे परंपरागत गर्म कोयले के धुंए का प्रयोग करना पसंद करती हूँ। लोगों ने इस तकनीक के बारे में जानना चाहा इसलिए मैंने नीचे दिए गए क्रमबद्ध तस्वीरों में इसकी जानकारी दी है। हिंदी में इस तकनीक को ‘धुंगार’ कहते हैं। अगर आपके पास कोयला नहीं है तो आप इस तकनीक का उपयोग न करें।
अगर आप कुछ और पंजाबी रेसिपी की जानकारी चाहते हैं तो दाल तड़का, गाजर हलवा, मटर पनीर, पनीर बटर मसाला और पालक पनीर की रेसिपी देख सकते हैं।
रेस्टोरंट स्टाइल दाल तड़का रेसिपी बनाने की विधि:

- 1 कप अरहर दाल (तुवर दाल or split pigeon peas) या ½ कप मसूर दाल (split peas lentils) + ½ कप अरहर दाल
- 1 to 2 हरी मिर्च - छोटे टुकड़ों में कटी हुई या लम्बाई से कटी हुई
- 1 मध्यम आकार का प्याज - महीन कटा हुआ
- 2 मध्यम आकार का टमाटर - छोटे कटे हुए
- ½ इंच अदरक - महीन कटे हुए या कद्दूकस किये हुए - या लगभग 1/3 से ½ टी स्पून कद्दूकस किया हुआ या महीन कटा हुआ अदरक
- 1 टी स्पून हल्दी (turmeric powder.)
- एक या दो चुटकी गरम मसाला पाउडर (garam masala powder)
- एक चुटकी हींग (asafoetida)
- 2.5 कप पानी प्रेशर कुकर में डालने के लिए
- 1 टी स्पून कसूरी मेथी - हाथ से मसली हुई (dry fenugreek leaves)
- 1 to 2 टेबल स्पून क्रीम - इच्छानुसार
- 1 टेबल स्पून बारीक कटी हुई धनिया की पत्तियां
- नमक स्वादानुसार
- 2 टेबल स्पून तेल या 1.5 टेबल स्पून घी या मक्खन
- 1 टी स्पून जीरा (cumin seeds)
- 5 to 6 बारीक कटी हुई लहसुन की कलियाँ (garlic cloves)
- 2 to 3 लाल मिर्च (dry red chillies)
- 1 चुटकी से थोड़ा ज्यादा हींग (asafoetida)
- ½ टी स्पून लाल मिर्ची पाउडर (red chilli powder)
- 1 टेबल स्पून कटी हुई धनिया की पत्तियां (coriander leaves)
- एक छोटा कोयले का टुकड़ा
- ¼ टी स्पून घी या तेल
- दाल को धो कर प्रेशर कुकर में डालें नीचे दिए गए तस्वीरों में सिर्फ अरहर और तुवर की दाल का उपयोग दिखाया गया है। आप दाल पतीले में भी पका सकते हैं। पकाने से पहले दालों को एक से दो घंटों तक पानी में भिगो कर रखें। कुकर की तुलना में पतीले में दाल पकाने में ज्यादा समय लगता है।
- पतीले में दाल बनाने की विधि रेसिपी के नोट्स के अनुभाग में दी गयी है।
- भिगोये गए दाल को पानी से निकाल कर उसमें में कटे हुए प्याज, टमाटर, हरी मिर्च और अदरक डालें।
- 2.5 कप पानी डालें। अगर पतीले में पका रहें हैं तो 4 से 4.5 कप पानी डालें।
- हल्दी और हींग डाल कर अच्छी तरह चलायें।
- प्रेशर कुकर में दाल अच्छी तरह पक जाये इसके लिए दाल को 7 से 8 सिटी लगने दें। अगर ज़रुरत पड़े तो थोड़ी देर और पकने दें। दाल को तारवाली करछी या बड़े चम्मच से मैश कर दें। अगर दाल गाढ़ी लगे तो थोडा पानी डाल दें. 3 से 4 मिनट तक दाल को धीमी आंच पर पकने दें। दाल कितनी गाढ़ी होनी चाहिए जानने के लिए स्टेप 6 (छठी) वाली तस्वीर देखें।
- जब दाल आपके मुताबिक गाढ़ी हो जाये तो उसमे क्रीम डालें (इच्छानुसार) ,गरम मसाला पाउडर, कसूरी मेथी का चूर, कटी हुई धनिया पत्ती और नमक डालें । ध्यान दें कि कसूरी मेथी बाद में छौंक में भी डाल सकते हैं। इस लिए अगर आप चाहें तो इस स्टेप की बजाय कसूरी मेथी बाद में भी डाल सकते हैं।
- सभी सामग्रियों को दाल में अच्छी तरह मिलायें। छौंक डालने से पहले नमक चख ले। अगर नमक कम लगे तो स्वादानुसार और मिला लें।
- धुंगार की तकनीक का प्रयोग करके दाल को और जायकेदार बनाया जा सकता है। इसके लिए कोयले के एक छोटे से टुकड़े को ग्रिल पर रखें। कोयले को बिल्कुल लाल होने तक गरम करें। इसके लिए सिर्फ प्राकृतिक कोयले का ही उपयोग करें। अगर आप इस तकनीक का इस्तेमाल न करना चाहें तो ना करें। आप सीधे दाल में छौंक लगा सकते हैं।
- लाल हुए कोयले को आप एक छोटी स्टील की कटोरी में रखें।
- कोयले पर 1/4 टीस्पून घी या तेल डालें। आप जैसे ही घी डालेंगी कोयले से धुआं निकलने लगेगा।
- स्टील की कटोरी को दाल पर रख दें।
- कुकर या पतीले को 1 मिनट तक ढक दें ताकि धुआं दाल में समा जाए। आप जितनी देर कटोरी दाल पर रखेंगे दाल उतनी ही सुगन्धित होती जायेगी। अब चिमटे की सहायता से दाल में से कटोरी को निकाल कर अलग रख दें। दाल को ढक दें।
- एक छोटी कड़ाही में घी या मक्खन या तेल गरम करें. पहले जीरा डालें और उसे पकने दें। जीरा को जलने न दें।
- अब लाल मिर्च, हींग और कटे हुए लहसुन के टुकड़े डालें। लहसुन को भूरे रंग का होने दें और लाल मिर्च के रंग को भी बदलने दें।
- आखिर में कसूरी मेथी डालें (कसूरी मेथी छौंक में तभी डालें अगर आपने पहले उसे दाल में न डाला हो)। एक बार चला लें और गैस बंद कर दें। छौंक को हमेशा धीमी आंच पर पकायें ताकि वो जले नहीं।
- पूरे छौंक को घी/तेल के समेत दाल में डाल दें।
- आप छौंक को चाहें तो दाल में मिला लें या दाल की ऊपर की सतह पर छौंक रख कर दाल परोस सकते हैं। धनिया की पत्तियों से दाल को सजा दें। गरमा गरम दाल तड़का को गरम बासमती चावल, जीरा राइस या रोटी या फुल्का के साथ परोस सकते हैं।
दाल तड़का रेसिपी लज़ीज़ बनाने के लिए कुछ सुझाव:
1. तेल की जगह आप दाल को घी/clarified butter से छौंक सकते हैं।
2. वैसे तो दाल तड़का न बहुत गाढ़ी ना बहुत पतली होनी चाहिए मगर यदि आप चाहें तो उसे कम गाढ़ा या थोडा पतला भी रख सकते हैं।
3. आप दाल को पकाने से पहले ३० से ४० मिनट तक भिगो सकते हैं।
देग या पतीले में दाल तड़का बनाने की विधि:
1. दाल को लगभग १ से २ घंटे तक भिगोयें। फिर पानी से निकाल कर अच्छी तरह से धो लें।
2. एक गहरे बर्तन या पतीले में दाल रखें और उसमें ४ से ५ कप पानी डालें। रेसिपी में बताई गयी बाकी सारी सामग्री दाल में डालें। पतीले को ढक दें और दाल को पकने दें। जब दाल उबलने लगे तब ढक्कन हटा दें या पतीले (देग) पर आधा ढक्कन रखें और दाल को तब तक पकने दें जब तक वो नरम और मखमली न हो जाये। यदि आपको ऐसा लगे कि दाल में पानी कम हो रहा है तो ऊपर से थोड़ा और गरम पानी मिला दें (दाल पकने में ४५ मिनट से ६० मिनट का समय लगता है)। वैसे कभी ज्यादा समय भी लग सकता है,यह दाल की गुणवत्ता पर निर्भर करता है। जब दाल पक जाये तब आगे की विधि का अनुसरण करें।
स्टेप बाय स्टेप दाल तड़का रेसिपी:
1. दाल को धो कर आप उसे प्रेशर कुकर में डाल दें। नीचे तस्वीरों में सिर्फ तुवर या अरहर की दाल का उपयोग दिखाया गया है। आप दाल पतीले में भी बना सकते है। पकाने से पहले दालों को एक या दो घंटे तक पानी में भिगो कर रखें। प्रेशर कुकर की तुलना में पतीले में दाल पकाने में ज़्यादा समय लगता है। पतीले में दाल कैसे पकाई जाती है इसका विवरण नीचे दिया गया है।
2. भिगोये गए दाल को पानी से निकालने के बाद उसमें कटे हुए प्याज़, टमाटर, हरी मिर्च और अदरक डालें।
3. 2.5 कप पानी डालें। अगर पतीले में बना रहें हैं तो 4 से 4.5 कप पानी डालें।
4. अब हल्दी/turmeric powder और हींग/asafoetida डालें।
5. अच्छी तरह से चलायें।
6. प्रेशर कुकर में दाल अच्छी तरह से पक जाए इसके लिए 7 से 8 सिटी लगने दें। अगर ज़रुरत पड़े तो थोड़ी देर और पकने दें। दाल को तार करछी या बड़े चम्मच से मैश करके अलग रख लें। अगर दाल गाढ़ी लगे, थोड़ा पानी मिला लें। लगभग ½ से 1 कप पानी दाल के गाढ़ेपन को देखते हुए मिलाएं। 3 से 4 मिनट तक दाल को धीमी आंच पर पकायें। दाल कितनी गाढ़ी होनी चाहिए, यह नीचे तस्वीर में दिखाई गयी है।
7. जब दाल आपके स्वाद के मुताबिक गाढ़ी हो जाये तो उसमें क्रीम (इच्छानुसार), गरम मसाला, कसूरी मेथी के चूर, कटी हुई धनिया की पत्तियां और नमक डालें। गैस बंद कर दें। ध्यान दें कि कसूरी मेथी आप बाद में छौंक में भी डाल सकते हैं।
8. सभी सामग्रियों को दाल में अच्छी तरह मिलायें। नमक चख लें। अगर कम लगे तो स्वादानुसार और डाल लें।
9. सब कुछ मिलाने के बाद दाल नीचे दी गयी तस्वीर जैसी दिखनी चाहिए।
10. धुंगार की तकनीक का प्रयोग करके दाल को और भी ज़ायकेदार बनाया जा सकता है। इसके लिए कोयले के एक छोटे से टुकड़े को ग्रिल पर रखें। कोयले को बिल्कुल लाल होने तक गरम करें। इसके लिए सिर्फ प्राकृतिक कोयले का ही उपयोग करें। अगर आप इस तकनीक का इस्तेमाल न करना चाहें तो ना करें। आप सीधे दाल में छौंक दे सकते ह
11. लाल हुए कोयले को आप एक छोटी स्टील की कटोरी में रखें। इसके लिए आप प्याज की परतों का भी उपयोग कर सकते हैं। कभी-कभी आधे कटे हुए प्याज़ को छुरी से थोड़ा खोखला कर के इस काम के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
12. कोयले पर ¼ टीस्पून घी डालें। आप जैसे ही घी डालेंगे, कोयले से धुआं निकलने लगेगा।
13. स्टील की कटोरी को दाल पर रख दें।
14. कुकर या देग को 1 मिनट तक ढक दें ताकि धुआं दाल में समा जाए। अब चिमटे की सहायता से दाल पर से कटोरी हटा कर अलग रख दें। दाल को ढक दें।
15. तड़का बनाने की विधि: एक छोटी कड़ाही में घी या मक्खन गरम करें। पहले जीरा डालें और उसे पकने दें। जीरा को जलने न दें।
16. अब लाल मिर्च, हींग और कटे हुए लहसुन के टुकड़े डालें। लहसुन को भूरे रंग का होने दें और लाल मिर्च के रंग को भी बदलने दें।
17. आखिर में कसूरी मेथी डालें। (दाल बनाते समय यदि आप ने कसूरी मेथी न डाला हो तभी उसे छौंक मे डालें) एक बार चला लें और गैस बंद कर दें। छौंक को हमेशा धीमी आंच पर पकायें ताकि वो जले नहीं।
18. पूरे छौंक को घी/तेल के समेत दाल में डाल दें।
19. आप छौंक को चाहें तो दाल में मिला कर या दाल की ऊपर के सतह पर छौंक डाल कर दाल परोस सकते हैं। धनिया की पत्तियों से दाल को सजा दें। गरमा गरम दाल तड़का को गरम बासमती चावल, जीरा राइस या रोटी या फुल्का के साथ परोस सकते हैं।
Noopur Kashyap says
superb recipe..
dassana amit says
thanks noopur.